आज जीत की रात पहरुए! सावधान रहना
खुले देश के द्वार अचल दीपक समान रहना
२
प्रथम चरण है नये स्वर्ग का है मंज़िल का छोर
इस जन-मंथन से उठ आई पहली रत्न-हिलोर
अभी शेष है पूरी होना जीवन-मुक्ता-डोर
क्यों कि नहीं मिट पाई दुख की विगत साँवली कोर
ले युग की पतवार बने अंबुधि समान रहना।
JHANDA LEHRATA RAHE YAHI ORIT RE
गली गली में बजते देखे आज़ादी के गीत रे |
God Sent Me You At A Moment In My Life
When He Knew I Needed A Companion
Only He
I look into a broken mirror,
I seek to see why I am still living.
when I look aro
एक पहल रिश्ते की ओर (कविता का शीर्षक )
कान्हा की कला पे रीझकर भक्ति भावना
<नन्ही सी आंखें और मुड़ी हुई उंगलियां
I am worthy. There is nothing
that can or will happen today that
could convince m
She had looked for his coming as warriors come,
With the clash of arms and the bugle's ca
Laid my head upon your chest
Your arms encircled me,
It was, My Love, as if we we
हर ख़ुशी तकलीफ, साथ साथ जिया करते थे