आज रात फिर ख़यालो में तुम हो,
आज फिर लिखने की वजह तुम हो।
इस चाँद की चाँदनी भी तुम हो,
इस रात का अंधेरा भी तुम हो।
मेरी इबादत भी तुम हो ,
मेरा खुदा भी तुम हो।
मेरी मंज़िल भी तुम हो,
मेरी हर राह भी तुम हो।
मेरा हर सवाल भी तुम हो,
मेरा हर जवाब भी तुम हो।
मेरी ज़िन्दगी की हकीकत भी तुम हो,
मेरे ना पुरे होते ख़्वाब भी तुम हो।
मेरी बातों में तुम हो,
मेरी ख़ामोशी में तुम हो।
जो ना हुआ मेरा वोह तुम हो,
जो सब कुछ है मेरा वोह तुम हो।
जो नादान हुआ वोह इश्क़ भी तुम हो,
जो बेइन्तहां हुआ वोह इश्क़ भी तुम हो।
आज फिर ख़यालो में तुम हो,
आज फिर मुझमे तुम हो।
नई सदी से मिल रही दर्द भरी सौगात,
 
Forgive me, my friend,
If I ever ask about it,
The long-distance and parting,
आज तिरंगा लहराता है अपनी पूरी शान से।
When times are hard, you might stop for a bit,
But it's not over until the moment you qui
SaDiya Guzar Gayi Kisi o Apna Bnane Me...
Magar Pal Bhi Na Laga Unhe Hamse Door Jane Me..
हरी भरी धरती हो
नीला आसमान रहे
यह अतीत कल्पना,
यह विनीत प्रार्थन
मैं तन पर ला दे फिरता दुसाले रेशमी
Tick tock...tick tock...
Life is counting down on your internal clock.
The past is the past for a reason.
That is where it is supposed to stay,
But some