एक पहल रिश्ते की ओर (कविता का शीर्षक )
सुनो… सुनो न!
कुछ तुम बदलो, कुछ हम बदलें
और बदलके इस रिश्ते को ढेर सारा प्यार देते हैं !
चलो न, वक़्त रहते इस रिश्ते को सवार लेते हैं!
जो गलतियां तुमने की हैं, जो गलतियां मैंने की हैं!
साथ बैठके आज उन्हें सुधार लेते हैं
चलो न, वक़्त रहते इस रिश्ते को सवार लेते हैं
प्यार तुमको भी है, प्यार हमको भी है
आओ इस बात को मन से स्वीकार लेते हैं!
शायद तुम्हें याद नहीं, पर उस दिन कि बा
Hum sare waadon ko nibhayenge
Zindagi ko safal banayenge
Tum jo sang bane raho
Ishq Aur Dosti Meri Zindgi Ke Do Jahan Hain,
Ishq Meri Rooh Toh Dosti Mera
Relationships are like lemons,
sour but sometimes sweet,
a kiss is like a cherry,
कभी कड़ी धूप सी परेशानियाँ
जलाती र
एक पहल रिश्ते की ओर (कविता का शीर्षक )
Main Tujhse Juda Hokar Kehta Bhi Kya.....???
Ke Tujhse Juda Hote Waqt, Mere Aankhon Mein
मोम की मानिंद, कैसे पिघल-पिघल जाते है
Mai Thoda Sa Hu Pagal Par Ye Bhi Hai Teri Mehrbaani...
Tujh Se Hi Shuru Ho Tujhpe Hi Khta