जिंदगी की आपाधापी में कब हमारी उम्र निकली पता ही नहीं चला|
कंधे पर चढ़ने वाले बच्चे कब कंधे तक आ गए पता ही नहीं चला|
किराए के घर से शुरू हुआ सफर कब अपने घर तक आ गया पता ही नहीं चला|
साइकिल के पैडल मारते हुए हाँफते थे उस वक्त, कब गाड़ियों में घूमने लगे, पता ही नहीं चला|
हरे भरे पेड़ों से भरे हुए जंगल थे तब, कब हुए कंक्रीट के पता ही नहीं चला|
कभी थे जिम्मेदारी मां बाप की हम, कब बच्चों के लिए हुए जिम्मेदार हम पता ही नहीं चला|
एक दौर था जब दिन में भी बेखबर सो जाते थे कब रातों की नींद उड़ गई पता ही नहीं चला|
Main Tujhse Juda Hokar Kehta Bhi Kya.....???
Ke Tujhse Juda Hote Waqt, Mere Aankhon Mein
विपदाओं से रक्षा करो – यह न मेरी प्र
It's only through mistakes we make
We learn where we went wrong.
It's only when w
Not a day goes by
that I don't wish you knew how much I love you.
Not a day goes
करनेवाले काम बहुत हैं व्यर्थ उलझनों
He's tired of the pain.
He's tired of every lie.
He's tired of the countless nigh
कब सपनों के लिए,
सपनों का घर छोड़ द
Best Friends Are Angels, That God Sent Along
If someone asked what's a best friend?
I'd have to say someone who's there 'til the bitte
मैं लिखता हूँ,
कागज और कलम से प्यार
Speak The Language Of Your Heart
Each day we wake is such a gift;
No moment's guaranteed.
Tomorrow isn't promised,