Poetry

Aawaaz lagaa kar to dekhnaa
Aawaaz Lagaa Kar Dekhnaa Hum Tere Liye Thahar Jaayenge.... Hum Tere Aks Hain, Tere Hi Jism Se Jude Nazar Aayenge....   Kabhi Dekhnaa Khade Ho

APNA AASMAN HOGA
अरूजे कामयाबी पर कभी तो हिन्दुस्तां होगा । रिहा सैयाद के

MERE DESH KO JAGRAT BANAO
“मन जहां डर से परे है और सिर जहां ऊंचा है; ज्ञान जहां मुक

KYA YEH ZARURI HAI
क्या यह जरूरी है कि मेरे हाथों में अनाज या सोने या परिधान

HUM APNA RAQT CHADHATE HAI
अपना तन-मन-धन-जन-जीवन माता को अर्पण करना है। पर यह साधारण

BALIDAAN TUMHEN KARNA HOGA
वह खून कहो किस मतलब का जिसमें उबाल का नाम नहीं। वह खून कहो

ITIHAS ON ME NAAM LIKHA MERA DESH
यारा प्यारा मेरा देश, सजा – संवारा मेरा देश॥ दुनिया जिस

JHANDA LEHRATA RAHE YAHI ORIT RE
गली गली में बजते देखे आज़ादी के गीत रे | जगह जगह झंडे फहराते

TARO KE SAMAN RAHE
हरी भरी धरती हो नीला आसमान रहे फहराता तिरँगा, चाँद तारों

SARFAROSHI KI TAMANNA HAMARE DIL ME
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है जिन्दगी का राज-चर्

JIS DESH ME GANGA BEHTI HAI
जिस देश में गंगा बहती है कुछ लोग जो ज़्यादा जानते हैं, इन्

JINKE TYAG TAPOVAN
महके बीस गुलाब गंध बाँटे खुशहाली नव दुल्हन-सी खेतों में न

TIRANGA JISKI YAAD KE LIY
जिनकी दृढ़ता से उन्नत है आज हिमालय अब उनके पद चिन्ह हमारे

TAARO KE SAMAN
शांति अमन चैन रहे, खुशहाली छाये बच्चों को बूढों को सबको ह

HAMARI HARI BHARI DHARTI
हरी भरी धरती हो नीला आसमान रहे फहराता तिरँगा, चाँद तारों

DESH HAMARA HAI
इस देश की मिट्टी में धर्म फूले फले हैं हम उँगलियाँ सभी की

YOOG KE VIHAAN
अमरपुरी से भी बढ़कर के जिसका गौरव-गान है- तीन लोक से न्यार

YE MATWALI ZINDAGI
आज रात दुख वाली है तो कल दिवाली है, दुख-दर्द और खुशियों से

DUSRO KO BADALNE KI CHAH
यही है ज़िन्दगी कुछ ख़्वाब चन्द उम्मीदें, इन्हीं खिलौनो

SO JAUN ME FIR SE SAPNO ME
देर सवेर फिर से भोर हो गई, रातों की नींद फिर से उड़ गई, देखा

 

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